मानता हूँ इंसान कुछ साथ नहीं लेकर जाता , मगर छोड़ कर तो जाता हैं| एहसास, याद, तस्वीरें, कितना कुछ पीछे रह जाता हैं| ये एहसास उन चीज़ों में होता हैं, जो वो इंसान अकसर इस्तेमाल करता था, रोज़मर्रा के जीवन में| आम सी वस्तु, जिनकी हम कदर नहीं करते, अकसर उन्हीं में जा बस्ता …